रविवार, 13 अगस्त 2023

पीएम मोदी के भाषण पर मणिपुर के अखबारों में क्या छपा है?

मणिपुर से छपने वाले कई अखबारों ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में दिए गए भाषण को प्रमुखता से छापा है.

वहीं कुछ अखबारों ने महज कुछ मिनट के उनके भाषण पर सवाल भी उठाए है.

मणिपुर की स्थानीय भाषा में छपने वाले पोकनाफाम अखबार ने अपने पहले पन्ने पर पीएम मोदी की तस्वीर के साथ बड़ी हेडलाइन में लिखा है कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के मुद्दे पर सिर्फ कुछ मिनट ही बात की.

इस अखबार के अनुसार मणिपुर हिंसा को तीन महीने से ज्यादा वक्त हो गया है लेकिन अब भी कई इलाकों में लगातार हिंसा की घटनाएं हो रही हैं. लोग मर रहे हैं.          मणिपुर से छपने वाले कई अखबारों ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में दिए गए भाषण को प्रमुखता से छापा है.

वहीं कुछ अखबारों ने महज कुछ मिनट के उनके भाषण पर सवाल भी उठाए है.

मणिपुर की स्थानीय भाषा में छपने वाले पोकनाफाम अखबार ने अपने पहले पन्ने पर पीएम मोदी की तस्वीर के साथ बड़ी हेडलाइन में लिखा है कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के मुद्दे पर सिर्फ कुछ मिनट ही बात की.

इस अखबार के अनुसार मणिपुर हिंसा को तीन महीने से ज्यादा वक्त हो गया है लेकिन अब भी कई इलाकों में लगातार हिंसा की घटनाएं हो रही हैं. लोग मर रहे हैं.          मणिपुर में जारी संकट पर केंद्र सरकार के खिलाफ संसद में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के बाद गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लंबे भाषण में कई बातें कही थी.

पीएम मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष को निशाने पर लेते हुए अपनी सरकार की तमाम उपलब्धियों को सदन में रखे।


उन्होंने मणिपुर के मुद्दे पर कहा, " मैं देश के सभी नागरिकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जिस तरह प्रयास चल रहे हैं, शांति का सूरज जरूर उगेगा."

हालांकि पीएम मोदी के बोलने के दौरान विपक्ष वॉकआउट कर गया. इसके बाद पीएम मोदी ने कहा, "अमित भाई ने कल (बुधवार) विस्तार से बताया है कि मणिपुर में अदालत का एक फ़ैसला आया. अदालतों में क्या हो रहा है, हम जानते हैं. उसके पक्ष और विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं."

प्रधानमंत्री ने मणिपुर पर कहा, "हिंसा का दौर शुरू हो गया. इसमें बहुत परिवारों को मुश्किल हुई. अनेक लोगों ने अपने स्वजन भी खोए. महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुआ. ये अपराध अक्षम्य है. दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार भरपूर प्रयास कर रही है."

मणिपुर पर दिए अपने कुछ मिनट के भाषण में पीएम ने कहा, "मैं मणिपुर के लोगों से भी आग्रह करना चाहता हूं. वहां की माताओं और बेटियों से कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ हैं. ये सदन आपके साथ है. हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे. वहां फिर से शांति होगी. मैं मणिपुर के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि मणिपुर एक बार फिर विकास के रास्ते पर तेज गति से आगे बढ़े, उसमें प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी."

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