क्रोध (Anger) के समय हमारे मस्तिष्क और शरीर में कुछ प्रमुख रसायन (Neurochemicals और Hormones) रिलीज़ होते हैं, जो तुरंत शारीरिक और मानसिक प्रतिक्रिया को प्रभावित करते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं:
🔬 क्रोध के समय कौन से केमिकल्स रिलीज़ होते हैं?
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एड्रेनालिन (Adrenaline):
- यह "fight or flight" हार्मोन है, जो खतरे या तनावपूर्ण स्थिति में शरीर को अलर्ट कर देता है।
- यह दिल की धड़कन तेज करता है, सांसों को तेज करता है, और मांसपेशियों को अधिक ऊर्जा देता है।
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नॉरएड्रेनालिन (Noradrenaline):
- यह भी एड्रेनालिन जैसा ही कार्य करता है और मानसिक सतर्कता बढ़ाता है।
- यह रक्तचाप और हृदय गति बढ़ाता है।
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कॉर्टिसोल (Cortisol):
- यह "stress hormone" कहलाता है।
- यह लंबे समय तक क्रोध या तनाव की स्थिति में अधिक मात्रा में निकलता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
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डोपामिन (Dopamine):
- कभी-कभी क्रोध के समय यह न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज़ होता है, जो आंशिक रूप से "संतोष" या "सुखद भावना" भी दे सकता है, जिससे कुछ लोग बार-बार गुस्सा करने के आदी हो सकते हैं।
🧠 क्रोध शरीर को कैसे नुकसान पहुंचाता है?
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हृदय पर असर (Heart):
- बार-बार गुस्सा करने से हृदय गति और रक्तचाप लगातार बढ़ा रहता है।
- इससे हृदयाघात (Heart Attack) या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
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दिमाग पर असर (Brain):
- अधिक क्रोध से सोचने-समझने की क्षमता कम हो जाती है।
- अमिगडाला (Amygdala) नामक भाग अत्यधिक सक्रिय हो जाता है, जिससे impulsive decisions होते हैं।
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प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System):
- क्रोध और तनाव लंबे समय तक बने रहें तो इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है।
- बीमारियां जल्दी लगती हैं।
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पाचन तंत्र पर असर (Digestive System):
- कॉर्टिसोल के कारण एसिडिटी, अपच, और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) हो सकता है।
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त्वचा और बालों पर प्रभाव:
- लगातार तनाव और क्रोध से स्किन एलर्जी, एक्ने, और बाल झड़ने की समस्याएं हो सकती हैं।
🧘♂️ समाधान क्या है?
- गहरी साँस लेना (Deep Breathing Techniques)
- मेडिटेशन और योग
- व्यायाम और पर्याप्त नींद
- क्रोध की डायरी लिखना या बात करना
- संगीत, प्रकृति, या आध्यात्मिक उपायों का सहारा लेना।