मेरे अंदर भी क्रोध जमा रहता है,माफ नहीं कर पाता हूँ,बदले की भावना मन में आने लगती है। मैं इसको कैसे दूर करूँ?
ये भावना बिल्कुल स्वाभाविक है। हर इंसान के मन में कभी न कभी क्रोध, दुःख, और बदले की भावना आती ही है। लेकिन जब ये भावनाएँ लंबे समय तक मन में रहती हैं, तो ये हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को नुकसान पहुँचाती हैं। क्रोध और बदले की भावना से मुक्त होने के लिए आप कुछ प्रभावी उपाय आजमा सकते हैं: 1. माफ़ करना खुद के लिए ज़रूरी है माफ़ करना यह नहीं है कि आप सामने वाले की गलती को सही मानते हैं, बल्कि आप खुद को उस दर्द और नकारात्मकता से मुक्त करते हैं। जब आप माफ करते हैं, तो असल में आप अपने मन को शांति देते हैं। 2. अपने विचारों को लिखें जो बातें आपको परेशान करती हैं, उन्हें एक डायरी में लिखें। यह तरीका आपके मन का बोझ हल्का करता है। लिखने से आपको यह भी समझ आता है कि असल में आपको तकलीफ़ क्या दे रही है। 3. ध्यान (Meditation) और श्वास अभ्यास (Breathing Exercises) हर दिन 10-15 मिनट का ध्यान और गहरी साँस लेने का अभ्यास करें। "अनुलोम-विलोम" और "ओम-ध्वनि" का अभ्यास विशेष रूप से लाभकारी होता है। 4. क्षमा प्रार्थना का अभ्यास करें (Ho'oponopono Technique) ...